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Showing posts from July, 2020

देश को देश ही रहने दो

देस को देश ही रहने दो यारो इसे जंगल ना बनाओ?  खिलते है यहाँ प्यार के फूल इसे बंजर रन ना बनाओ?  और कुछ हासिल ना होगा यू आपस मे बैर रखने से?  हिन्दू मुस्लिम ना देखो सब एक साथ जय हिन्द का नारा लगाओ?  अरे देश रहेगा तब ही देशबासी कहलाओगे?  यू आपस मे कब तक खून की नदिया बहाओगे?  अब तो हिन्द की मिट्टी भी देती है सदाए  बंद करो खेलना खून की होली सब एक हो जाओ?  पहले भी हिन्दू मुसलमान यहां रहते थे  ये देश हैँ हम सब का बढ़ी शान से कहते थे? और शायद तुम भूल चुके हो उस नारे को जो सबने मिलकर लगाया था?  हिन्दू मुस्लिम सिख ईसाई आपस मे सब भाई भाई कहकर तिरंगे को उठाया था?   और बहुत बहा लिए माँ ओ ने आँशु  जबान बेटों को खो कर?  अब किसी माँ का दिल ना दुखाओ भाई ही है हम सब बस अब समझ जाओ?   और ये चाल है दुश्मनाने हिन्द की कब जाके समझोगे?  मत करो मेरे प्यारो देश के टुकड़े बस अब एक हो  जाओ?

Kya hua

क्या हुआ क्यों उदाशी चेहरे पे छाई हैँ  कोई बात हैँ जो अब तक मुझसे छुपाई हैँ  तो क्या हो क्यों नजरें मुझसे चुराई हैँ  क्या कोई ऐसी खाता तो नही की जिसमे हमारी rushbai हैँ  तो फिर ये मुंह फेर कर बात करने का सबब क्या हैँ  यू ज़रा ज़रा बात पर चिढ़ने का सबब क्या हैँ  मुझसे नाराज हो क्या मेरी किसी बात ने चोट पहुंचाई हैँ  बैसे अब कुछ बदले बदले से नजर आते हो  मैं तो तुम्हारे साथ हूँ फिर क्यों इतनी रात तुम्हारी आँख भर आई हैँ  और कुछ दिनों से बढ़ गया हैँ उसे व्हाट्सप्प का किसके साथ इतना बक़्त बिताते हो  क्या कोई मुझसे इम्पोर्टेन्ट हो गया हैँ क्यों जल्दी मेरा फोन नही उठाते हो  और जब कुछ हैँ ही नही तो क्यों मुझे ऑनलाइन देख ऑफलाइन हो जाते हो  लास्ट सीन हाईड किया तुमने पर फिर भी तेरे हर सीन की खबर हैँ  और अब आंशू ना बहा मैं उसे भी जनता हूँ जिसपर तेरी नजर हैँ  अब ये बेबफाई सह ना पाऊँगा  तू ख़ुशी से चली जा कोई ज़ुलमना तुझ पर ढाओंगा  पर याद रखना ये जाने से पहले घर किसी और का बसाने से पहले  जो किया मेरे साथ किसी के साथ ना करना द...

Bazare ishq

क्यों तेरे बाद कोई चीज अच्छी नही लगती  दिखाबे की मोहब्बत मतलब के लोग ये दुनिया सच्ची नही लगती  और क्यों इतहासे मोहब्बत बता कर बफाओ की मिशाल देतो हो  यहाँ तो मोहब्बतो का सौदा होता हैँ रोज बाजारे इश्क़ बोली लगती हैँ 

Shukriya

लम्बे समय के बाद आज एक रात ऐसी आई हैँ  ऐ खुदा शुक्रिया तेरा बहुत दिनों बाद मेरे भी आँगन मे चांदनी आई हैँ  और देखो अब हमसे ना पूछो यारों दर्दे गम हम मोहब्बत के गुनाहो की सजा काट आये हैँ  भीड़ क्यों लगाई हैँ मेरे जनाजे मे क्यों रो रो कर हमदर्दी जताते हो चैन से सोने दो ना यार बड़ी मुद्दत के बाद ऐसी नींद आई हैँ 

Ahmiyat

अहमियत मेरी बता कर असलियत अपनी दिखा गया हैँ कोई  और आजके बक़्त मे मोहब्बत एक किताबी किस्सा अच्छा सबक सीखा गया हैँ कोई 

Tanha

बे बफाइ मैंने नही की दिल तो उसने तोड़ा हैँ  मैंने तो तन्हाई मे उसका  हाथ थामा था तन्हा तो उसने छोड़ा हैँ  कभी कहा था जिसने 

Dilkhabe ki mohabbat

इतना सस्ता तो नही था मै जितना आज हो गया हूँ?  कोई गैर नही ये तो मेरे अपनों की मेहरबानी हैँ जो बर्बाद हो गया हूँ?  और हा अब लोग सवाल उठाते हैँ मुझ पर गम नही होता ?  बस इतना काफ़ी हैँ के दिखाबे की मोहब्बत से आज़ाद हो गया हूँ ? #Raamjaane#               Shayrikipathshala

Tere Baad

क्यों तेरे बाद कोई चीज अच्छी नही लगती ?     दिखाबे की मोहब्बत दिखाबे के लोग ये दुनिया अब सच्ची नही लगती?  और क्यों इतहासे मोहब्बत बता कर बफाओ की मिशाल देते हो ?       यहाँ तो मोहब्बतों का सौदा होता हैँ रोज बाजारे इश्क़ बोली लगती हैँ ?                      🤫🤫🤫                                     @Raamjaane@