Shukriya
- लम्बे समय के बाद आज एक रात ऐसी आई हैँ
- ऐ खुदा शुक्रिया तेरा बहुत दिनों बाद मेरे भी आँगन मे चांदनी आई हैँ
- और देखो अब हमसे ना पूछो यारों दर्दे गम हम मोहब्बत के गुनाहो की सजा काट आये हैँ
- भीड़ क्यों लगाई हैँ मेरे जनाजे मे क्यों रो रो कर हमदर्दी जताते हो चैन से सोने दो ना यार बड़ी मुद्दत के बाद ऐसी नींद आई हैँ
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