Dilkhabe ki mohabbat
- इतना सस्ता तो नही था मै जितना आज हो गया हूँ?
- कोई गैर नही ये तो मेरे अपनों की मेहरबानी हैँ जो बर्बाद हो गया हूँ?
- और हा अब लोग सवाल उठाते हैँ मुझ पर गम नही होता ?
- बस इतना काफ़ी हैँ के दिखाबे की मोहब्बत से आज़ाद हो गया हूँ ?
- #Raamjaane#
- Shayrikipathshala
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